PCOS को अपने परिवार को कैसे समझाएं?

जब आप PCOS (Polycystic Ovary Syndrome) जैसी मेडिकल कंडीशन से जूझ रही होती हैं, तो उससे जुड़ी शारीरिक और मानसिक चुनौतियों को समझाना सबसे कठिन तब हो जाता है जब सामने परिवार हो। खासकर हमारे समाज में जहां महिलाओं की सेहत को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है या गलत समझा जाता है।
इस लेख में, Dr. Sunanda Sahu (BNYS) आपको बताएंगी कि PCOS को कैसे सरल भाषा में अपने परिवार के सामने रखा जाए ताकि वो न केवल आपकी स्थिति को समझें बल्कि आपका समर्थन भी करें।
PCOS क्या होता है?
सबसे पहले परिवार को यह समझाना जरूरी है कि PCOS कोई गंभीर बीमारी नहीं है, लेकिन यह एक हार्मोनल गड़बड़ी है जिससे महिला के शरीर में एंड्रोजन हार्मोन का स्तर असामान्य हो जाता है। इसका असर पीरियड्स, वजन, मूड, त्वचा, बालों और फर्टिलिटी पर हो सकता है।
कैसे करें शुरुआत?
- सीधे-सीधे बात करें: डरें नहीं, बल्कि शांत और आत्मविश्वास से बात करें।
- उदाहरण दें: उन्हें बताएं कि जैसे डायबिटीज में इंसुलिन असंतुलन होता है, वैसे ही PCOS में हार्मोन असंतुलन होता है।
- भावनात्मक रूप से जुड़ें: बताएं कि आपको शारीरिक से ज्यादा मानसिक सपोर्ट की जरूरत है।
किन बातों को ज़रूर बताएं?
आप ये ज़रूर साझा करें:
- आपका वजन बढ़ना जानबूझकर नहीं है – यह हार्मोनल है।
- अनियमित पीरियड्स आपके नियंत्रण में नहीं हैं।
- आप थक जाती हैं या मूड स्विंग्स का शिकार होती हैं – यह भी शरीर की प्रतिक्रिया है।
- बच्चों को जन्म देने में कठिनाई आ सकती है – लेकिन इसका इलाज संभव है।
डाइट और लाइफस्टाइल भी जरूरी है
Dr. Sunanda Sahu (BNYS) बताती हैं कि प्राकृतिक चिकित्सा और संतुलित दिनचर्या PCOS को काबू में लाने में बेहद मददगार होती है। योग, सही डाइट, नींद और स्ट्रेस मैनेजमेंट से आप काफी फर्क महसूस करेंगी।
अगर परिवार न माने तो क्या करें?
अगर परिवार आपकी बात समझने को तैयार नहीं हो रहा है, तो उन्हें साथ लेकर किसी डॉक्टर से मिलवाना बेहतर होगा। कभी-कभी जब परिवार को विशेषज्ञ से जानकारी मिलती है तो वो अधिक गंभीरता से लेते हैं।
याद रखें – यह आपके शरीर की लड़ाई है, लेकिन इसे अकेले नहीं लड़ना चाहिए। परिवार का साथ आपके मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए अमूल्य है।
लेखिका: Dr. Sunanda Sahu (BNYS)