PCOS और थायरॉइड – छुपा हुआ खतरा जिसे डॉक्टर भी मिस कर देते हैं

क्या आप PCOS से जूझ रही हैं और अचानक वजन, मूड या थकावट में बदलाव महसूस कर रही हैं? तो सावधान हो जाइए — हो सकता है कि आपको थायरॉइड डिसऑर्डर भी हो और दोनों की जुगलबंदी आपकी सेहत के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती है।
डबल अटैक: जब PCOS और थायरॉइड एक साथ हमला करते हैं
जाने-माने एंडोक्राइनोलॉजिस्ट Dr. Sunanda Sahu के अनुसार, “PCOS और थायरॉइड दोनों हार्मोनल गड़बड़ी से जुड़े हैं। जब ये एक साथ हों, तो मेटाबॉलिज्म, फर्टिलिटी और मेंटल हेल्थ सभी पर असर पड़ता है।”
ये लक्षण नजरअंदाज न करें:
- अचानक वजन बढ़ना या घटना
- भयंकर थकान और लो एनर्जी
- अनियमित पीरियड्स
- मूड स्विंग्स और डिप्रेशन
- बाल झड़ना और ड्राय स्किन
PCOS + थायरॉइड = खतरे की घंटी क्यों?
जब PCOS और थायरॉइड दोनों मौजूद होते हैं, तब यह महिलाओं में इंफर्टिलिटी, इंसुलिन रेसिस्टेंस और दिल की बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ा देता है।
Dr. Sunanda Sahu कहती हैं, “इस डबल डिसऑर्डर को पकड़ना मुश्किल होता है क्योंकि इनके लक्षण आपस में मिलते-जुलते हैं। यही कारण है कि कई बार मेडिकल टेस्ट में भी ये मिस हो जाता है।”
समाधान क्या है?
- TSH, T3, T4 और फुल हार्मोनल प्रोफाइल की नियमित जांच करवाएं
- लो-ग्लाइसेमिक और थायरॉइड-फ्रेंडली डाइट अपनाएं
- रोजाना एक्सरसाइज और योग करें
- डॉक्टर से नियमित फॉलोअप रखें, खासकर PCOS विशेषज्ञ और एंडोक्रिनोलॉजिस्ट से
Final Verdict
PCOS और थायरॉइड मिलकर आपकी सेहत पर धीरे-धीरे असर डाल सकते हैं। अगर आपको बार-बार थकावट, मूड स्विंग्स, वजन का असंतुलन और पीरियड्स में गड़बड़ी हो रही है, तो Dr. Sunanda Sahu की सलाह के अनुसार तुरंत टेस्ट करवाएं और एक्शन लें।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जनरल जानकारी के लिए है। अपनी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए योग्य डॉक्टर से सलाह लें।