डायबिटीज में हार्ट अटैक का खतरा कितना ज्यादा?

डायबिटीज के मरीजों में हार्ट अटैक का खतरा सामान्य लोगों की तुलना में काफी ज्यादा होता है। इसकी वजह ब्लड शुगर का लंबे समय तक बढ़ा रहना है, जो रक्त वाहिकाओं और दिल की नसों को नुकसान पहुंचाता है।
डायबिटीज में हार्ट अटैक का खतरा क्यों बढ़ जाता है?
- रक्त वाहिकाओं को नुकसान: उच्च ब्लड शुगर नसों की दीवारों को कमजोर करता है, जिससे उनमें ब्लॉकेज हो सकता है।
- कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड का बढ़ना: डायबिटीज के कारण शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है, जो हार्ट अटैक का कारण बनता है।
- ब्लड प्रेशर में वृद्धि: डायबिटीज के मरीजों में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी आम होती है, जो हार्ट अटैक के जोखिम को बढ़ाती है।
- इंसुलिन रेजिस्टेंस: यह हार्ट की मांसपेशियों पर असर डाल सकता है और दिल के कार्य को प्रभावित करता है।
डॉ. सुनंदा साहू (BNYS) की सलाह
“डायबिटीज के मरीजों को हार्ट अटैक के खतरे से बचने के लिए अपनी लाइफस्टाइल पर खास ध्यान देना चाहिए। नियमित ब्लड शुगर चेक, संतुलित आहार, व्यायाम और तनाव नियंत्रण बेहद जरूरी हैं। दवाइयों का सही समय पर सेवन और डॉक्टर से नियमित सलाह भी लाभदायक होती है।”
खतरे को कम करने के उपाय
- नियमित व्यायाम करें, जैसे चलना, योग या तैराकी।
- तंबाकू और शराब से बचें।
- संतुलित और कम तेल वाला भोजन लें।
- तनाव से बचें और पर्याप्त नींद लें।
- ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखें।
डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है। स्वास्थ्य संबंधी किसी भी समस्या के लिए अपने चिकित्सक से परामर्श करें।