डायबिटीज में सबसे खराब तेल कौन सा है?

डायबिटीज में आहार का चुनाव बहुत ही सावधानी से करना चाहिए, खासकर तेल के मामले में। सही तेल का सेवन ब्लड शुगर और हार्ट हेल्थ दोनों के लिए महत्वपूर्ण होता है। डॉ. सुनंदा साहू (BNYS) के अनुसार, कुछ तेल डायबिटीज में नुकसानदायक साबित हो सकते हैं।
डायबिटीज में सबसे खराब तेल कौन सा है?
डायबिटीज के मरीजों के लिए ट्रांस फैट (Trans Fat) युक्त तेल सबसे खराब माना जाता है। ये तेल शरीर में सूजन, इंसुलिन रेसिस्टेंस बढ़ाते हैं और ब्लड शुगर को अस्थिर कर सकते हैं।
- पाम ऑयल (Palm Oil): बहुत अधिक प्रोसेस्ड और संतृप्त फैट से भरपूर होता है, जो डायबिटीज और हृदय रोग दोनों के लिए हानिकारक हो सकता है।
- गहरा तला हुआ तेल (Deep-fried Oil): बार-बार उपयोग किया हुआ तेल शरीर के लिए खराब होता है, खासकर डायबिटीज में।
- मल्टीग्रेन या मिक्स्ड फ्राइड तेल: अक्सर ट्रांस फैट से भरे होते हैं, जिन्हें टालना चाहिए।
डायबिटीज में कौन सा तेल बेहतर है?
- ओलिव ऑयल (Olive Oil): यह मोनोअनसैचुरेटेड फैट से भरपूर है, जो ब्लड शुगर नियंत्रित रखने में मदद करता है।
- सरसों का तेल (Mustard Oil): इसमें भी अच्छे फैट होते हैं और यह सूजन कम करता है।
- नारियल तेल (Coconut Oil): सीमित मात्रा में इस्तेमाल करें, क्योंकि इसमें संतृप्त फैट अधिक होता है।
डॉ. सुनंदा साहू (BNYS) की सलाह
“डायबिटीज में तेल का चुनाव बेहद सावधानी से करें। ट्रांस फैट वाले तेलों से बचें और जैतून का तेल या सरसों का तेल अपने आहार में शामिल करें। तेल का सेवन सीमित मात्रा में और ताजगी के साथ करें ताकि शुगर और दिल दोनों स्वस्थ रहें।”
डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य सुझाव के लिए है। डायबिटीज से जुड़ी आहार संबंधी सलाह के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करें।