डायबिटीज के मरीज को दूध कब और कैसे पीना चाहिए?

दूध एक पौष्टिक पेय है जो शरीर को कई तरह के पोषक तत्व प्रदान करता है, लेकिन डायबिटीज के मरीजों के लिए दूध पीने का सही तरीका और समय बहुत महत्वपूर्ण होता है ताकि शुगर लेवल नियंत्रित रहे।
डायबिटीज में दूध पीने के लाभ
- दूध में कैल्शियम, विटामिन D और प्रोटीन होते हैं जो हड्डियों और मसल्स के लिए फायदेमंद हैं।
- दूध पीने से भूख कंट्रोल में रहती है जिससे वजन प्रबंधन में मदद मिलती है।
दूध कब पीना चाहिए?
- सुबह के समय: सुबह उठकर एक गिलास दूध पीना अच्छा रहता है, खासकर अगर उसमें थोड़ा हल्दी मिलाकर।
- खाने के बीच में: अगर भूख लगती है तो दूध को नाश्ते के रूप में लिया जा सकता है।
- रात में: सोने से पहले हल्का दूध पीना भी फायदेमंद हो सकता है, लेकिन इसमें चीनी न डालें।
कैसे पीना चाहिए?
- पूरा दूध या लो-फैट दूध चुनें, अगर वजन नियंत्रित करना हो तो लो-फैट दूध बेहतर है।
- दूध में चीनी या शक्कर बिल्कुल न मिलाएं।
- अगर लैक्टोज इनटॉलरेंस है तो दही या पनीर जैसे उत्पादों का विकल्प चुनें।
- दूध के साथ हल्दी, दालचीनी जैसे प्राकृतिक मसाले मिलाकर पीना ब्लड शुगर कंट्रोल में मदद कर सकता है।
डॉ. सुनंदा साहू (BNYS) की सलाह
“डायबिटीज के मरीजों को दूध को अपने दैनिक आहार में शामिल करना चाहिए, लेकिन मात्रा और समय का ध्यान रखना जरूरी है। दूध पीते समय अतिरिक्त शुगर से बचें और वजन नियंत्रण के लिए लो-फैट विकल्प चुनें।”
डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य स्वास्थ्य सलाह के लिए है। डायबिटीज के इलाज या आहार परिवर्तन के लिए अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।