क्या PCOS से डायबिटीज का खतरा बढ़ता है?

PCOS (Polycystic Ovary Syndrome) एक आम हार्मोनल डिसऑर्डर है जो महिलाओं को प्रजनन आयु में प्रभावित करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि PCOS से ग्रसित महिलाओं में टाइप 2 डायबिटीज का खतरा सामान्य महिलाओं की तुलना में कहीं अधिक होता है?
PCOS और डायबिटीज के बीच गहरा कनेक्शन
PCOS की जड़ में होता है इंसुलिन रेसिस्टेंस, यानी शरीर का इंसुलिन के प्रति प्रतिक्रिया कमजोर पड़ जाती है। इस वजह से खून में शुगर लेवल कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है। इंसुलिन रेसिस्टेंस समय के साथ टाइप 2 डायबिटीज का कारण बन सकता है।
PCOS से डायबिटीज के बढ़ते खतरे के कारण:
- इंसुलिन रेसिस्टेंस: PCOS में यह सबसे आम समस्या है, जिससे ब्लड शुगर लेवल असंतुलित रहता है।
- वजन बढ़ना: PCOS से पीड़ित महिलाओं में वजन बढ़ना आम है, जो डायबिटीज का एक और बड़ा कारण है।
- पारिवारिक इतिहास: अगर परिवार में किसी को डायबिटीज है तो PCOS से जुड़ा रिस्क और बढ़ जाता है।
डायबिटीज के लक्षण जो PCOS महिलाओं को नजरअंदाज नहीं करने चाहिए:
- अत्यधिक प्यास लगना
- बार-बार पेशाब आना
- थकान महसूस होना
- धुंधला दिखना
- घाव का धीरे भरना
बचाव के उपाय:
अगर आपको PCOS है तो डायबिटीज से बचाव के लिए आपको कुछ ज़रूरी कदम उठाने चाहिए:
- हेल्दी डाइट: लो-शुगर और हाई-फाइबर डाइट लें
- रेगुलर एक्सरसाइज: वॉक, योगा, कार्डियो से इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ेगी
- वजन कंट्रोल: BMI को सामान्य रेंज में रखें
- ब्लड शुगर की नियमित जांच
- डॉक्टर से रेगुलर फॉलो-अप
निष्कर्ष
PCOS केवल प्रजनन से जुड़ी समस्या नहीं है — यह आपके मेटाबॉलिक हेल्थ को भी प्रभावित करता है। अगर इसे नजरअंदाज किया जाए तो डायबिटीज का खतरा कई गुना बढ़ सकता है। इसीलिए PCOS से पीड़ित महिलाओं को समय रहते टेस्ट और कंट्रोल प्लान अपनाना चाहिए।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी हेतु है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए कृपया डॉक्टर से संपर्क करें।