क्या डायबिटीज में फटी एड़ियाँ खतरे की निशानी हैं?

डायबिटीज के मरीजों को अक्सर त्वचा से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है, और फटी एड़ियाँ उनमें से एक आम लेकिन नजरअंदाज की जाने वाली समस्या है। बहुत से लोगों को यह मामूली लगता है, लेकिन क्या यह किसी गंभीर खतरे का संकेत हो सकता है?
डायबिटीज में फटी एड़ियाँ क्यों होती हैं?
- नर्व डैमेज (न्यूरोपैथी): डायबिटीज के कारण पैरों की नसों में कमजोरी आ जाती है जिससे स्किन सूख जाती है।
- ब्लड सर्कुलेशन की कमी: जब पैरों तक सही खून नहीं पहुंचता तो त्वचा की मरम्मत नहीं हो पाती, जिससे एड़ियाँ फट जाती हैं।
- शुगर का असर स्किन पर: हाई ब्लड शुगर से त्वचा की नमी खत्म हो जाती है और वह सख्त होकर फटने लगती है।
फटी एड़ियाँ कब बन सकती हैं खतरे की निशानी?
- अगर एड़ियाँ खून बहने तक फट रही हैं
- अगर फटी जगह से पस या इंफेक्शन आ रहा हो
- अगर पैरों में सुन्नपन या जलन महसूस हो
- अगर घाव लंबे समय तक ठीक नहीं हो रहा
इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें क्योंकि डायबिटिक फुट अल्सर जैसी खतरनाक स्थिति की शुरुआत फटी एड़ियों से ही हो सकती है।
कैसे करें बचाव?
- हर रोज़ गुनगुने पानी से पैर धोकर मॉइस्चराइज़र लगाएं
- पैडेड सॉक्स और आरामदायक जूते पहनें
- चीनी को कंट्रोल में रखें – 100-140 mg/dL के बीच
- पैरों की नियमित जांच करें, खासकर तलवों और एड़ियों की
- डॉक्टर से समय-समय पर डायबिटिक फुट चेकअप कराएं
डॉ. सुनंदा साहू (BNYS) की सलाह:
“अगर आपको डायबिटीज है और एड़ियाँ बार-बार फटती हैं, तो यह आपके पैरों की संवेदनशीलता में कमी या ब्लड फ्लो रुकावट का संकेत हो सकता है। समय पर ध्यान देने से आप गंभीर जटिलताओं से बच सकते हैं।”
निष्कर्ष:
डायबिटीज में फटी एड़ियाँ सिर्फ एक कॉस्मेटिक समस्या नहीं, बल्कि अंदरूनी नर्व और ब्लड सर्कुलेशन से जुड़ी चेतावनी हो सकती हैं। इन्हें नजरअंदाज न करें, और नियमित पैरों की देखभाल को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी प्रकार की व्यक्तिगत चिकित्सा सलाह के लिए कृपया डॉक्टर से संपर्क करें।